Tuesday 19 May 2015

शादीशुदा आंटी की चुदाई

हाय दोस्तों मेंरा नाम इमरान ख़ान है और में जम्मू कश्मीर से हूँ मेरी उम्र 27 साल है मेरे लंड का साइज़ 7 इंच लंबा है 3 इंच मोटा है में कंप्यूटर इंजिनियर हूँ में पहली बार इसमें अपनी स्टोरी लिख रहा हूँ उम्मीद है इसे पढ़ने वाली गीली चूत और खड़े लंड वालो को पसंद आयेगी अब में आपको बताता हूँ की मुझे कंपनी की मीटिंग के कारण मुझे दिल्ली जाना पड़ा जिस दिन मीटिंग थी में सुबह उठ के जल्दी से अपने कपड़े पहने और मेट्रो स्टेशन की तरफ रिक्शे में बैठ गया जैसे ही में रिक्शे से उतरा मेरी नज़र एक आंटी पर पड़ी वो भी रिक्शे से उतर रही थी क्या बताऊं क्या कयामत लग रही थी में तो उसका दीवाना हो गया आपको बता दूँ आंटी दिखने में 40-36-46 थी उसने रेड कलर की साड़ी पहनी थी और उसमें उसके दूध और उसकी गांड क्या ग़ज़ब दिख रही थी की में अपनी मिटिंग भूल गया.

Monday 18 May 2015

भाभी की चूत का मजा

मेरी भाभी का नाम अंजु है, मैं और मेरी भाभी के बीच उनकी शादी के 3 माह बाद ही बन गया. जब भइया आफिस में मिली अपनी प्रमोशन के बाद काम के चलते अकशर घर से बाहर जाने लगे. और कई बार हफ्तो घर से बाहर रहने लगे. भाभी देवर वाले मजाक तो हमारे बीच पहले भी होते थे. पर उस दिन बात बातों में सेक्स तक पहुँच गई.

भाभी मुझे उकसाने लगी

भाभी – तुम्हारी 2 गर्लफ्रेंड है. दोनों के कैसे मैंनेज करते हो.
मैं – बस ऐसे ही कर लेता हूँ, मैं दो को क्या 3 चार को कर लूँ.
भाभी – सेक्स किया है उनके साथ.

Saturday 16 May 2015

चूत के बाद आंटी की गांड में डंडा दिया

आंटी की चूत को मारने के बाद उमेश बैठा चाय के आने का इंतजार कर रहा था. आंटी ने उसे कहा था की वो उसकी गांड भी मरवाना चाहती थी. उमेश चाय का और आंटी की गांड का इंतजार कर रहा था. 5 मिनिट के बाद आंटी नंगी ही चाय की ट्रे ले के हाजिर हुई. मोना आंटी वही बैठ गई निचे उमेश के पास और उसने चाय का प्याला आगे किया. उमेश अपने मुहं में चाय के घूंट भर के ऊपर से बिस्किट पे टुकड़े खाने लगा. चाय पीते हुए उसकी नजर आंटी के सेक्सी चुंचो पे पड़ी और उसका लंड धीरे धीरे फिर से खड़ा होने लगा. मोना आंटी ने देखा की लौड़े में जान आ रही थी. उमेश ने फट से चाय ख़तम की और प्याली को साइड में रख दिया.

Sunday 10 May 2015

लंड की खुश्बू और खुश्बू का लंड

ये कोई 15 दिन पुरानी बात है, मेरी बहन(वरुणा) ने अपनी सहेलियों के साथ सारनाथ जाने का प्लान बनाया. वह रविवार का दिन था. वरुणा और उसकी 5 सहेलियाँ उसके साथ जाने वाली थी. संयोग से खुशबू उस दिन नहीं आ पाई तो बाकी की 4 और मेरी बहन घूमने चली गई. मैं घर में अकेला था, मेरे लिए मुठ मरने का इससे अच्छा मौका नहीं हों सकता था. मैंने कंप्यूटर में बी.यफ. लगाई और कपड़े उतार नंगा हों गया. बफर की आवाज भी तेज कर दी. सरसों का तेल अपने लंड पर लगाया और शुरू हों गया. ये बी.यफ. रसियन इंस्टिट्यूट लेसन १२ था.. इतने में खुशबू भागते-भागते मेरे घर कब आई. मुझे जरा भी इसका अंदाजा नहीं लगा. मैं मुठ मारने के साथ-साथ डांस भी कर रहा था. नाचते-नाचते मै कमरे का दरवाजा बंद करने को उलटे पाँव गया पर किसी ने मुझे धक्का दे दिया. मैं बुरी तरह चौक गया. और पीछे मुड के देखा तो खुशबू ही थी.

Thursday 7 May 2015

मजदुर की बीवी की चूत और गांड में लंड दिया

मजदुर की बीवी संग गंदी बातें

मेरा नाम सुशिल हैं. मै राजस्थान का रहने वाला हूँ. मुझे इंडियन औरत से सेक्स करना बहुत पसंद है. मैने बहुत सी इंडियन औरतो के साथ सेक्स किया है. यह उस समय की बात है जब मै कोलेज में था और सर्दी की छुट्टियों में ननिहाल गया हुआ था ! मेरे मेरे नाना जी के काफी खेत है. उनके खेत मै एक मजदुर काम करता था. वो और उसकी पत्नी हमारे खेत में ही रहते थे. उसकी पत्नी बहुत सुंदर थी. वो ऐसी दिखती थी कि, किसी का भी मन डोल जाये उसे देख कर. एकदम लाल होट, रस भरे मोटे मोटे बूब्स, पतली कमर, मोटी गांड, गोरा रंग क्या मस्त फिगर था. पंजाबी सूट में बिलकुल क़यामत लगती थी. मैने उसे चोदने का मन बना लिया था. इसी इरादे से मैने उससे दोस्ती भी कर ली. थोड़े ही दिनों में मेरे साथ उसकी काफी अच्छी दोस्ती हो गयी. जब भी मौका मिलता मै उससे बाते करने लग जाता था. धीरे – धीरे मैने उसके साथ गन्दी – गन्दी बाते भी करनी शुरू कर दी  और उसे भी इसमें मजे आने लगे. अब मै उसे चोदने का मौका ढूंढने लगा.

Wednesday 6 May 2015

मल्लू आंटी की मस्त गांड मारी

मुझे भी इस मल्लू आंटी की गांड दिला दो यार

मेरे कॉलेज में मेरा एक दोस्त था रविचन्द्रन, वो तमिलनाडु का रहने वाला था. वो मेरा क्लोज फ्रेंड था. वो मुझसे अपनी सारी बातें शेयर करता था और मैं भी. उसने मुझे अपने घर के बगल में रहने वाली मल्लू आंटी के बारे में बताया था. वो बहुत ही मस्त माल थी, ख़ास कर उसके गांड के बारे में. जितनी ही मस्त सुडौल और भारी उसके चुतड थे उतनी ही वो उसको मटका के चलती थी. उसके मटकाते हुए गांड को देख कर हर कोई उसकी गांड मारना चाहता था. पर वो मल्लू आंटी थी बहुत चालाक, वैसे तो उसको भी गांड मराने में बड़ा मज़ा आता था लेकिन वो केवल जवान लड़कों से अपनी गांड मरवाती थी. उस मल्लू आंटी की नज़रें हमेशा किसी न किसी लड़के पर रहती थी. मेरा दोस्त रविचंद्रन भी उसकी मतवाली गांड कई बार मार चुका था और उसके घर के आस पास के लड़के भी उसकी गांड की ठुकाई कर चुके थे. इन सब बातों को सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया था, मैंने उससे कहा यार कभी मुझे भी उसकी गांड दिलवा, तेरी बात सुनकर मेरा मन भी उसकी गांड चोदने का कर रहा है.