Thursday 7 May 2015

मजदुर की बीवी की चूत और गांड में लंड दिया

मजदुर की बीवी संग गंदी बातें

मेरा नाम सुशिल हैं. मै राजस्थान का रहने वाला हूँ. मुझे इंडियन औरत से सेक्स करना बहुत पसंद है. मैने बहुत सी इंडियन औरतो के साथ सेक्स किया है. यह उस समय की बात है जब मै कोलेज में था और सर्दी की छुट्टियों में ननिहाल गया हुआ था ! मेरे मेरे नाना जी के काफी खेत है. उनके खेत मै एक मजदुर काम करता था. वो और उसकी पत्नी हमारे खेत में ही रहते थे. उसकी पत्नी बहुत सुंदर थी. वो ऐसी दिखती थी कि, किसी का भी मन डोल जाये उसे देख कर. एकदम लाल होट, रस भरे मोटे मोटे बूब्स, पतली कमर, मोटी गांड, गोरा रंग क्या मस्त फिगर था. पंजाबी सूट में बिलकुल क़यामत लगती थी. मैने उसे चोदने का मन बना लिया था. इसी इरादे से मैने उससे दोस्ती भी कर ली. थोड़े ही दिनों में मेरे साथ उसकी काफी अच्छी दोस्ती हो गयी. जब भी मौका मिलता मै उससे बाते करने लग जाता था. धीरे – धीरे मैने उसके साथ गन्दी – गन्दी बाते भी करनी शुरू कर दी  और उसे भी इसमें मजे आने लगे. अब मै उसे चोदने का मौका ढूंढने लगा.

लंड के खेल के लिए चूत का प्लेग्राउंड गर्म किया

एक दिन मौका मिल ही गया.  उसका पति काम से शहर गया हुआ था और वो अकेली थी.  मै उसके पास चला गया और बाते करने लगा. धीरे – धीरे मैंने गन्दी बातें करनी स्टार्ट कर दी. फिर मैने उसका हाथ पकड़ लिया. इस पर वो कुछ नही बोली, इससे मेंरी हिम्मत और बढ़ गयी. मैने उससे अपनी और खीच भी लिया और अपनी बांहों में ले लिया. मैं समझ गया कि वो भी यही चाहती थी. फिर मैने उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिए और किस करने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. हम दोनों पागलो की तरह एक दुसरे को चूमे ही जा रहे थे. मैने अपना एक हाथ उसके बूब्स पर रख दिया और दूसरा हाथ उसकी सलवार में दाल दिया. वो अब सेक्स के लिए पूरी तरह तैयार हो चुकी थी और आहे भर रही थी. उम्ह्ह्ह उम्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह जैसी उत्तेजक आवाजें निकाल रही थी. फिर हम दोनों ने एक दुसरे के कपड़े उतार दिए और अब हम दोनों एक दम नंगे थे. मेरा लंड भी काफी उत्तेजित हो चूका था.

बूब्स चूस के चूत रगड़ दी

फिर मैने उसे गद्दे पर पटक दिया और जोर जोर से पागलो की तरह बूब्स दबाने और चूसने लगा. लगभग २० मिनट तक मैने उसके चूचें चुसे और फिर उसके पेट को चूमा. फिर मै उसकी चूत को को चाटने लगा. क्या चूत थी! एक दम साफ शेविंग की हुई चूत को चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था. उसे बहुत मजा आ रहा था. पूरा कमरा उसकी  उम्म्ह्ह आह्ह की आवाजों से गूंज रहा था. उसने मेरी पन्त उतार दी और मेरा लम्बा लंड अपने हाथों से सहलाते हुए बोली कि इसे मेरी चूत में डाल दो और इसकी प्यास बुझा दो. फिर मैने अपना लंड उसकी चूत के मूंह पर रखा और जोर से झटका मारा. इस पर वो चिल्ला पड़ी और बोली कि जरा धीरे! मुझे दर्द हो रहा है. फिर मै धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा. दो मिनट बाद वो भी मेरा साथ देने लगी. मैने स्पीड बढ़ा दी और वो भी गांड ऊपर कर कर के मेरा पूरा लंड अंदर तक लेने लगी. लगभग १० मिनट बाद उसका सरीर ढीला पड़ने लगा. मै समझ गया की वो झरने वाली है और फिर वो झर गयी. उसके बाद मै भी उसकी चूत में ही झर गया. फिर हम दोनों कुछ देर तक नंगे ही बेड पर लेटे रहे और बाते करने लगे.

चूत के बाद गांड में डंडा किया

लगभग ४० -५० मिनट बाद मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया यह देख वो बोली की तुमने मेरी चूत तो फाड़ दी, अब क्या चाहते हो. इस पर मैंने उसे कहा कि अब मैं तुम्हारी गांड फाड़ना चाहता हु. वो शुरू में तो नहीं मानी, पर फिर मेरे काफी मोटे और लंबले लंड को चाटते हुए गांड मरवाने के लिए तैयार हो गयी. वो मेरा लंड चूसने लगी, कुछ देर बाद मेरा लैंड उसकी गांड फाड़ने के लिए एक दम तैयार हो गया और फिर उसको मैने उसको डौगी स्टाइल में किया अपना लैंड उसकी गांड के छेद पर रखा और और एक झटका मारा. मेरा आधा लंड उसकी गांड में घुस चूका था और वो दर्द से चिल्ला पड़ी और रोने लगी. वो बुरी तरह छटपटाने लगी और छुटने की कोशिश करने लगी पर मने उसे कस के पकड़ लिया और धीरे – धीरे अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. थोड़ी देर बाद उसको भी मजा आने लगा और वो आहे भरने लगी. १० मिनट के बाद मै रस्खालित हो गया और अपना अपना वीर्य म गांड में छोड़ दिया. हम दोनों बेड पर लेट गये. थोड़ी देर बाद में हम दोनों साथ नहाये. उसे चलने में भी दिक्कत हो रही थी और वो लडखडा कर चल रही थी.  उसके बाद मैने अपने कपडे पहने और घर चला आया. जब तक मैं ननिहाल में रहा रोज उस इंडियन औरत के साथ सेक्स करता रहा. अब भी जब छुट्टिया मिलती है यही चला आता हु और मौका मिलते ही हम सेक्स करने लगते है.

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