Tuesday 4 August 2015

बहन सिखा की चुदाई

हेलो रीडर, माय नाम इस दीपक और ये मेरी पहली स्टोरी है. अगर कोई गलती हो तो माफ़ करना. अब मैं स्टोरी पर आता हु. ये स्टोरी मेरी और मेरी रियल सिस्टर की है. मेरी उम्र २२ साल की है और मेरी उम्र १९ साल की है. मेरी फॅमिली में हम ५ पर्सन है. माय मोम-डेड, मेरा बड़ा भाई, मैं और शिखा. हम लोग नॉएडा में रहते है और मैं बी.टेक कर रहा हु और शिखा अभी बी ऐससि २नड इयर में है. बड़ा भाई हॉस्टल में बाहर रहता है.
ये स्टोरी, आज से करीब एक साल पहले की है. मैं अपनी बहन से बहुत प्यार करता हु और उससे हमेशा से ही सेक्स करना चाहता था.
मैंने कई बार उसके नाम की मुठ मारी है. उसका फिगर कमाल का है ३४-२८-३४. उसके बूब्स बहुत ही टाइट लगते है और देखने में भी बहुत फेयर है. सारी गली के लड़के उसे लाइन मारते है. हमारे घर में ३ बेडरूम है. एक में मेरे मोम-डेड और एक में मेरी बहन और लास्ट वाले में मैं सोता हु. हम लोगो शुरू से ही इस तरह से सोते थे और इस वजह से कुछ हो नहीं पा रहा था, कई बार मैंने शिखा को चोरी- चोरी बाथरूम में नहाते हुए देखा था. वाह, क्या बूब्स थे उसके.

उसकी एकदम दूध जैसी वाइट गांड को देखते ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था और जब भी मुझे मौका मिलता था, मैं उसके बूब्स को प्रेस कर देता था. मैं उसे बुरी नज़रो से घूरता रहता था. वो भी इसे फील करती थी, लेकिन उसने मुझे कभी कुछ नहीं कहा. वो जब भी झाड़ू लगाती थी, तो उसके टॉप से उसके बूब्स की क्लीवेज क्लियर दिखती थी. मैं उसके साथ सेक्स करना चाहता था, लेकिन कह नहीं पा रहा था. कई बार मैंने सोने का नाटक करके उसे अपना ६ इंच लम्बा लंड दिखाया था. कभी- कभी, मैं ब्लूफिल्म चलाकर सोते समय अपने ऊपर रख लेता था और सो जाता था.

वो झाड़ू लगाते वक्त मोबाइल लेकर ब्लूफिल्म देखकर वहीँ रख देती थी और मेरे लंड को देखती रहती थी. लेकिन, उसके बाद भी कुछ हो नहीं पा रहा था. उस समय गर्मियों के दिन थे और उसदिन बहुत बारिश हो रही थी और लाइट भी नहीं आ रही थी. इन्वर्टर भी डाउन हो गया था. पापा मेरे रूम में आये और शिखा से बोले, तुम शिखा के रूम में सो जाओ, इन्वेर्टर डाउन है. फेन बंद करके जाना. मैं बहुत खुश हुआ और मैंने मन में सोचा लिया था, कि आज रात सब कुछ कर डालूँगा.

मैं शिखा के रूम में चला गया. शिखा सो रही थी. तब मैं उसके साइड से जाकर सो गया और मुझे दर लगा था उसे टच करने में. मैं अपना लंड निकालकर मुठ मारने लगा और कुछ देर बाद, मुझे फील हुआ कि शिखा जाग रही थी और वो सोने का सिर्फ नाटक कर रही थी. वो मुझे बंद आँखों को हल्का सा खोलकर मुझे मुठ मारते हुए देख रही थी. फिर उसने अपना फेस मेरी तरफ कर लिया और फिर मेरी हिम्मत कुछ बढ़ गयी और मैंने एक हाथ उसके टॉप से उसके बूब्स के ऊपर रख दिया और धीमे- धीमे प्रेस करने लगा. वाह, क्या चुचे थे एकदम सॉफ्ट और दुसरे हाथ से मैं मुठ मार रहा था. कुछ समय बाद, मैंने अपना हाथ उसकी टॉप के अन्दर दाल दिया और बूब्स को दबाने लगा.

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. उसके बाद शिखा की सांसे तेज चलने लगी. मुझे अब हरी झंडी मिल चुकी थी और मैंने धीरे से उसके टॉप को उतार दिया और ब्रा से उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया. अब मैं उसके बूब्स को अपने मुह में लेकर पीने लगा और निप्पल प्रेस करने लगा और एक हाथ मैं उसकी पुसी पर ले गया. क्या आनंद आ रहा था!

अब शिखा की सांसे और भी तेज हो गयी, बट वो कुछ नहीं बोल रही थी. मैंने शिखा के कान में “आई लव यू” बोला बट उसने रिप्लाई नहीं किया. तब मैंने शिखा को जगाया और “आई लव यू शिखा” बोला. शिखा ने भी “आई लव यू भैया” कहा. फिर हम दोनों ने लिप किस किया, करीब ५ मिनट तक. अब मैंने उसकी टॉप और ब्रा उतार दी और वो अब ऊपर से नंगी हो चुकी थी. मैंने उसकी गर्दन और उसके बूब्स को चूमना शुरू कर दिया और पेट पर भी. शिखा अहहहः आहाहाह वोवोवोवो वोवूव की आवाज़े निकाल रही थी और कह रही थी, भैया मुझे कुछ हो रहा है. मैंने अब उसकी जीन्स भी उतार दी और उसकी बिलकुल नंगा कर दिया. क्या कमाल की सुन्दर लग रही थी, एक्सप्लेन नहीं कर सकता. फिर, मैंने उसकी चूत पर हाथ रखा और उसकी चूत में फिंगर करने लगा. उसे बहुत दर्द हो रहा था. वो चिल्ला रही थी, भैया आराम से, प्लीज मुझे चोदो.. प्लीज चोदो. फिर मैंने अपनी जीभ से उसकी पुसी को सक किया. व्हाट ऐ टेस्ट! आई कान’ ट एक्सप्लेन यू. आफ्टर डेट, वो झड़ने वाली थी और मैं उसका सारा पानी पी गया. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर उसके बाद, मैंने उसे अगेन किस किया और फिर उसने लंड पीने को कहा. वो तो मेरे हाँ कहते ही मेरे लंड पर टूट पड़ी और मुह में ले लिया और उसे चूसने लगी. मैं उसके मुह को चोदने लगा. वो बड़े प्यार से मेरे लंड को चूस रही थी और करीब १५ मिनट बाद में, मैं झड़ गया और वो मेरा सारा पानी पी गयी. फिर मैंने उसे किस किया और उसके चुचे दबाये और मेरा लंड फिर से सॉलिड रॉड की तरह तन्न गया. अब शिखा ने बोला – भैया, अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है, प्लीज जल्दी अन्दर डाल दो, चोद दो अपनी बहन को और बना लो अपनी बहन को अपनी घरवाली. फिर क्या था, मैंने एक तकिया उसकी गांड के नीचे लगाया और फिर पास रखी क्रीम लंड पर लगायी और उसकी चूत के छेद पर रखा और एक झटका लगाया. लेकिन वो स्लिप हो गया, क्युकि उसकी चूत बहुत टाइट थी और लंड बहुत मोटा था. मैंने इस बार उसकी कमर को पकड़ा और फिर से एक जोर का झटका मारा. वो चिल्ला उठी. मैं तो डर गया, कोई जग गया, तो वाट लग जायेगी. बाहर बारिश बहुत तेज हो रही थी, तो उसके चिल्लाने की आवाज़ बारिश की तेज आवाज़ में दब गयी. वैसे तो, ओनली माय टॉप ऑफ़ पेनिस वाज ओनली इनसाइड हर पुसी; बट, शी वाज क्राइंग डीयू टू दर्द. उसकी सील टूट चुकी थी.

फिर मैं कुछ देर तक, उसे किस करता रहा और बूब्स प्रेस किया. जब उसका दर्द कुछ कम हुआ, मैंने फिर से एक और जोर का झटका लगाया और मेरा अब आधा लंड उसके अन्दर जा चूका था. वो रो रही थी और कह रही थी, भैया मुझे छोड़ दो प्लीज. इसको निकालो प्लीज, अब बाहर निकाल लो प्लीज. मैं मर जाउंगी. प्लीज बाहर निकाल लो. मैंने उसकी एक बार भी नहीं सुनी और एक जोर का और झटका मारा और अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया था. वो बहुत तेज चिल्ला रही थी और मैं उसे तेजी से चोदे जा रहा था. उसे बहुत दर्द होने लगा था अहहहः अहहहः ऊऊऊओ प्लीज भैया बाहर निकालो. प्लीज बाहर निकालो. मैं मर जाउंगी. मैं उसको बोल रहा था, कुछ नहीं होगा मेरी रानी. थोडा ही दर्द होगा, उसके बाद तुम्हे मज़ा आने लगेगा. डोंट वोर्री, कुछ ही देर में सब ठीक हो जाएगा.

जब कुछ देर बाद, जब उसको दर्द कम हुआ, तो उसने भी अपनी गांड हिलाकर मेरा साथ देना शुरू कर दिया और बोलने लगी – चोदो भैया, और जोर से चोदो अहहहः अहहहहः ऊऊऊओ … मार डालो, मुझे. और जोर से… और जोर से. अहहहः… और लगभग ३० मिनट बाद, हम दोनों एक साथ झड़ गये. वो बहुत खुश थी बट जैसे ही उसने ब्लड देखा, तो वो डर गयी. मैंने उसे समझाया, कि फर्स्ट टाइम में होता है ये सब को. फिर वो नार्मल हो गयी.

फिर उसके बाद, मैंने उसकी फुद्दी घोड़ी बनके ली और गांड भी मारी. उस रात, मैंने ६ टाइम उसकी चूत मारी और अगले दिन सब नार्मल था. अब हमें जब भी मौका मिलता है, हम सेक्स करते है.

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