Saturday 1 August 2015

छिपाछिपी में हो गया सेक्स

हेलो दोस्तों मेरा नाम राहुल हे. और में लखनऊ में रेहता हूँ. मुझे इन्सेक्ट की कहानिया पढने में बहोत मज़ा आता हे. वेल आज में आपको अपनी लाइफ की रियल स्टोरी सुनना चाहता हूँ. और ये एक दम सच्ची स्टोरी हे. इस लिए प्लीज् आप सब इसे अपने साथ भी अमेजिन कर सकते हे. चलिए अब में अपनी स्टोरी स्टार्ट करता हूँ.
अभी मेरी उम्र २८ साल की हे पर ये बात तब की हे जब में २० साल का था और में अपनी फेमिली यानी की पापा और मोम के साथ अपनी बुआ जी के घर कानपूर गया था. मेरी बुआ जी की लड़की (नेहा) हे उस समय उसकी उम्र १८ साल की थी उर हम दोनों की अच्छी दोसती थी.
एक दिन सब लोग मार्किट गए थे और हम दोनों अकेले ही घर पे रुक गए थे क्यू की बहार बहोत धुप थी और मम्मी और बुआजी के साथ मार्किट जाने का हम दोनों का ही मन नहीं था. इस लिए हम दोनों ने ही मन कर दिया की इतनी धुप में हम नहीं जायेंगे.

खेर दोपहर के १२ बजे मम्मी और बुआजी मार्किट के लिए घर से निकल गए और में अपनी कजिन के साथ घर पर ही अकेले रुक गया. मेरी कजिन गोरी और स्मार्ट बिलकुल किसी ऐक्ट्रेस की तरह दिखती हे. और हम दोनों ही घर में अकेले बेठे थे. तो उसने पूछा की भैया चाय पियोगे. तो मेने कहा की ठीक हे. बना लो तो वो चाय बनाने किचन में चली गयी.

और में रूम में बता टीवी देख रहा था मेने टब शोर्ट(निकर) और त टीसर्ट पहनी हुई थी. और मेरी कजिन ने स्कर्ट पहनी हुई थी. और में १८ साल की उम्र से मुठ मरना सुरु कर चूका था. इस लिए मेरे दिमाग में अपनी कजिन के साथ कुछ करने का मन कर रहा था. पहले तो मेने टीवी पर कोई इंग्लिश मूवी सर्च करने लगा पर दे टाइम में कोई भी एडल्ट मूवी नहीं आ रही थी. और उनके केबल टीवी पे फेसन टीवी भी नही आता था. अब में सोचने लगा की क्या करू और तभी में अपनी कजिन के पास किचन में गया.और उसके पीछे जा के खड़ा हो गया तो उसने पीछे मुद के देखा और बोली

नेहा; क्या हुआ भैया…?

में; कुछ नहीं बस अन्दर बेठे हुए बोर हो रहा था ( और मेरी निगाह उसकी स्कर्ट के निचे की गोरी गोरी चिकनी चिकनी नंगी टांगो पे थी.)

नेहा; भैया आप जाओ में चाय ले के आती हूँ.

में; ओके ठीक हे. और में किचन से चला आया. और सोचा की चलो बाथरूम में जा के एक बार मुठ ही मार लेता हूँ. और में बाथरूम में मुठ मरने चला गया. वह जाके मेने अपनी कजिन के नाम की मुठ मारी. वाओ उसके नाम की मुठ मारने में ही इतना मज़ा आया की बस थोड़ी ही देर में नेहा चाय ले के रूम में आ गयी.पर में तो उस वक्त बाथरूम में था. और जब में उसे रूम में कही नजर नहीं आया तो उसने आवाज लगायी

नेहा; भैया कहा हो….?

में; आ रहा हूँ अभी. (और में जल्दी से अपने हाथ धोके बाथरूम से बाहर आ गया). उसने मुझे बाथरूम से निकलते हुए देखा तो पूछने लगी की भैया आप बाथरूम में क्या करने गए थे आप तो मिर्निंग में नाहा भी चुके हो.

तो मेने कहा की में हाथ पैर धोने गया था. और अब हम दोनों ही बेड पे बेठ के टीवी देख रहे थे. और चाय पि रहे थे. में चोरी चोरी उसके तरफ देख रहा था और मेरी नजर उसकी चेस्ट पे थी. में इमेजिन कर रहा था. की उसके दूध केसे होंगे…? शायद पिंक कलर के होंगे.

फिर मेने उसके स्कर्ट में से बहार निकलते पैर देख के उसकी चूत को इमेज कर रहा था केसी होगी इसकी चूत…? में ये सोचता ही रहा और हम दोनों की चाय खतम हो गयी. फिर मेने उसे कहा की नेहा चलो कुछ खेलते हे… तो वो हसने लगी और बोली क्या खेलते हे हम अब बच्चे थोड़ी न रह गए हे जो खेलेंगे…? तो मेने कहा हम बचपन में केसे खेलते थे एक साथ जब में यहाँ आता था या तुम मेरे घर आती थी अज मुझे अचानक उन दिनों की याद आती हे.

तो वो बोली की हां वो दिन मुझे भी याद आते हे. तो में बोला तो फिर आज बचपन की तरह कुछ खेलते हे और पुराने दिन याद करते हे. वो बोली पर भैया. में बोला प्लीज् प्लीज् प्लीज्….. तो वो बोली  की ओके भैया बताओ कोनसा खेल खेले…?

में; चलो चोर पुलिस खेलते हे…

नेहा; ओके भैया में चोर बनती हु और तुम पुलिस

में; इक ठीक हे और मेने उससे कहा की तुम कुछ चोरी करो और में तुम्हे पकड़ता हूँ. तो वो बोली ठीक हे. और में छुप गया वो किचन में गयी और कुछ चुराने की एक्टिंग करने लगी. और तभी में उसकी पास पुलिस वाला बनके आया और उसे पकड़ ने के लिए दौड़ा और गेम के अकोर्डिंग वो भी वह से बचने के लिए वह से भागने की कोसिस करने लगी.तो मेने उसे कास के पकड़ लिया और वो मुझसे छूटने की कोसिस करने लगी. पर मेने उसे कास के पकड़ लिया और बोला,

में; बताओ क्या चुरा रही थी…?

नेहा; कुछ नहीं मेने कुछ नहीं चुराया..

में; तुम चोर हो पुलिसे वालो को सबकी जुबान खुलवाना आता हे. और में तलासी लेने की एक्टिंग करने लगा. और उसकी स्कर्ट से उसकी बॉडी को दबाने लगा.

तो वो मन करती रही की मेने कुछ नहीं चुराया हे. तो मेने उसकी एक बात नहीं सुनी और उसकी स्कर्ट उतारने की कोसिस करने लगा और नेहा सोच रही थी की ये सब गेम का ही पार्ट हे और मेने उसके हाथ कास के पकड़ लिए और उसकी स्कर्ट ऊपर करके निकालने ;लगा. नेहा कहती रही की मेने कुछ नही चुराया हे. पर मेने उसकी स्कर्ट खीच के उतार दी. अब वो सिर्फ कमीज और पेंटी में थी. और उसकी नंगी बॉडी मुझे साफ़ नजर आ रही थी.

अब नेहा समज गयी की कुछ तो गरबड हे और भैया ने मुझे खेल खेल में नंगा क्यों कर दिया..? और वो कहने लगी की भैया ये क्या कर रहे हो…? खेल में ये सब नहीं होता हे. तो मेने कहा की एसे ही मज़ा आएगा. और जब तुम पुलिस बनना तो तुम भी मेरे साथ जो चाहो कर लेना. (मेरे उपर तो वेसे भी जनून चदा हुआ था उसे नंगा करने का) फिर मेने उसके हाथ पकड़े और कहा की में तुम्हे एरेस्ट करता हूँ और ये कहते हुए मेने उसके हाथ कास के एक कपडे सा बांध दिया और वो भी इसे गेम ही समज रही थी.

फिर मेने उसके बाल पकड के जोर से खिंचा और उसके पेरो को फेला के बोला बताओ कहा छुपा रख्खा हे सामान और एसा कहते ही मेने उसकी चड्डी उतारदी. और अब वो निचे से नंगी हो गयी. और मुझसे कहने लगी की प्लीज् भैया मुझे ये गेम नहीं खेलना पर अब में कहा मानने वाला था. मेने कहा चुप एक तो चोरी करती हे और उपर से पुलिस वाले से जबान लड़ती हे. और मेने उसकी दोनों टाँगे फेला के अपना मुह उसकी टांगो के बोच ले जा के उसकी चूत को देख ने लगा. वाओ क्या चूत थी उसकी पिंक पिंक बिलकुल एक सिल चूत की तरह एक भी बाल नहीं था उसपे और मेने अपनी ऊँगली उसमे डाल दी और बोला इसके अन्दर क्या छुपाया हे और उसकी चूत में अपनी एक ऊँगली डालने लगा. और अब वो मज़ा लेने लगी पर मुझे दिखने के लिए रोक भी रही थी. पर मेने तो उसे अब बाँधा हुआ था. और में एसा सो कर रहा था की में अब भी गेम ही खेल रहा हूँ. और में ये भी समज चूका था की वो नाटक कर रही हे. और उसे पूरा मज़ा आ रहा हे

तो मेने उसकी चूत में अपनी एक ऊँगली डाल दी और जोर जोर से सुरु कर उआकी चूत में से थोडा सा पानी निकलने लगा में समज गे की ये गरम हो रही हे. फिर में खड़ा हो गे और उसे बोला चुप चाप बता दो की चोरी का माल कहा छुपाया हे और में बहोत गुस्से वाला पुलिसे वाला हूँ. वो कामुक नजरो से मुझे देखने लगी और बोली की मेने कुछ नही चुराया हे. तो मेने कहा की सब चोर यही कहते हे. और अब में उसके पास गया और उसकी कमीज उतारने की कोसिस करने लगा. पर उसके हाथ बंधे थे इस लिए कमीज पूरी नही उतार पाया अब मेरी नजरो के सामने उसके नंगे नंगे दूध थे बहोत छोटे छोटेसे उसके निपल अभी छोटे थे पिंक कलर के और दूध बहोत छोटे से सनते जितने बड़े थे तो मेने उन्हें दबाया और अब मुझसे नहीं रुका गया और उसके छोटे छोटे निपल्स को पिने लगा और वो सिस्कारिया लेने लगी शायद मेरा उसके निपल्स को पिन उसे भी अच्छा लग रहा था.

और अब में एक हाथ से उसके एक निपल को नोच रहा था. और दुसरे निपल को जोर जोर से पी रहा था. वाओ क्या टेस्ट था एक अजीब सा ही टेस्ट था. दोस्तों वो टेस्ट मुझे आज भी याद हे. अब वो मेरे बाल खिंच के अपने निपल चुस्वाने लगी और आआः आआआआह्ह्ह करने लगी अब मने इस खेल को चुदाई में बदलने के लिए तैयार था क्यू की अब मेरी प्यारी बाहें की चूत मेरा लंड मांग रही थी. और मुझे इसकी ये इच्छा पूरी करनी थी. मेने तभी उससे कहा….

में; बोलो बेबी लंड चाहिए…? वो मेरे मुह से लंड सुनके शर्मा गयी. और मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया. मेने तुरंत अपना लंड बहार निकाला और उसके हाथ में थमा दिया और वो बड़े गोर से मेरे लंड को देखने लगी.  और लंड को आगे पीछे करने लगी थी और तभी मेने उसे उठाया और उसे पूछा की क्या पहले तुमने कभी चुदाई की हे और वो मेरी तरफ देख के हसने लगी.

में समज गया की इसकी रस्सिया पहले से ही टूट गयी हे तो मेने बिना देर किये उसे एक टेबल पर जुकाया और उसकी नरम चूत पे अपना खड़ा लंड सताया और एक जोरदार झटका मारा और लंड सीधा उसकी चूत में धस गया. और वो आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह करने लगी मुझे भी बड़ा मजा आया और में उसे पुरी तेजी से चोदने लगा. और वो असाह्ह्ह आआआह्ह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह फ़ूक्क्क्क मीई फ़ूउक्क्क्क मी हार्डर करती रही और १५ मिनट की चुदाई के बाद में झड़ने वाला था तो मेने उसे कहा की में झड़ने वाला हू तो उसने कहा की चुन ओंन माय फेस और वो सीधा अपने ग्घुत्नो के बल बेठ गयी और मेरे लंड से निकली गरम गरम पिचकारी ने उसके सारे फेस को माल से भर दिया में हेरान था की वो मुझे देख कर हस रही थी बिलकुल एक पूर्ण स्टार की तरह और उसने मेरे लंड को चाट कर पूरा साफ़ कर दिया और वो चुदाई में आज तक नहीं भुला तो केसी लगी मेरी लाइफ की ये रियल स्टोरी?

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