Friday 31 July 2015
भाभी का पहला पराया लंड
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दोनों बहनों की चूत मालिश कर के चोदी
मैंने सपना और एकता दोनों की चूत चोदा है, लेकिन उन दोनों को यह नहीं पता था कि मैं दोनों को चोदता हूँ. मुझे दो दो चूतें मिल रही हैं, जब मौका मिला चूत सामने… सपना या एकता जहाँ भी मिलती, अगर कभी सीढ़ियों में मिलती या फिर गैलरी में मिलती मैं कभी उनके चूचियों को दबा देता, कभी चूत पर हाथ लगा देता.
एक दिन मैंने सपना को बोला- मुझे एकता की चूत लेनी है.
पहले तो वो मना करती रही, लेकिन मेरे बार बार बोलने पर वो बोली- इसमें मैं क्या कर सकती हूँ? खुद कोशिश करो… अगर वो तैयार हो तो मुझे कोई परेशानी नहीं है.
एक दिन मैंने सपना को बोला- मुझे एकता की चूत लेनी है.
पहले तो वो मना करती रही, लेकिन मेरे बार बार बोलने पर वो बोली- इसमें मैं क्या कर सकती हूँ? खुद कोशिश करो… अगर वो तैयार हो तो मुझे कोई परेशानी नहीं है.
दूध पिलाया अपनी चुन्चियों से
दोस्तो, आप सब कैसे हो..! उम्मीद करता हूँ कि सब मस्त होगे ! आप लोग सोच रहे होगे कि यह कहीं स्कूल की चिठ्ठी तो नहीं लिख रहा है, पर ऐसा नहीं है मेरे दोस्तों थोड़ा सा लोकाचार तो करना ही पड़ता है सो मैंने भी कर दिया यार !
खैर… यह सब छोड़ो और जिस वजह से हम यहाँ है, वो बात करता हूँ.
यह बात है जब मैं स्कूल में था पर था बहुत बदमाश, दोस्तों की संगत का असर था. मुझे मेरे दोस्तों द्वारा सारी सेक्सुअल बातें बहुत छोटे में ही पता चल गई थीं तो मेरा हमेशा मन करता था कि मैं कभी कुछ करूँ, पर कुछ हो भी नहीं सकता था. पर लड़के लोग जानते होंगे कि जब मन करता है सारा जहाँ एक तरफ और चोदना एक तरफ !
खैर… यह सब छोड़ो और जिस वजह से हम यहाँ है, वो बात करता हूँ.
यह बात है जब मैं स्कूल में था पर था बहुत बदमाश, दोस्तों की संगत का असर था. मुझे मेरे दोस्तों द्वारा सारी सेक्सुअल बातें बहुत छोटे में ही पता चल गई थीं तो मेरा हमेशा मन करता था कि मैं कभी कुछ करूँ, पर कुछ हो भी नहीं सकता था. पर लड़के लोग जानते होंगे कि जब मन करता है सारा जहाँ एक तरफ और चोदना एक तरफ !
मैंने पैसे दे के अपनी चूत चुदवाई
हाय मेरा नाम अनीता हे उम्र २१ साल हे और हॉट हूँ. बहोत लड़के लाइन मारते थे. लेकिन मेने कभी भी भाव नहीं दिया. क्यू की मुझे इन सब में इतना इंटरेस्ट नहीं था. और कोई मेरे स्टेट्स जितना था भी नहीं. तो मुझे गुरुर था की मुझे कोई भी कभी भी कोई लड़का मिल सकता हे. जब में चाहू पर ये बात गलत निकली. उए एक्सीडेंट के बाद वेसे मव बेजिक्ली मुंबई से हूँ. बीएम्एस कर रही हूँ. में डायरेक्ट इंसिडेंट पे आती हूँ जो के २ महीने पहले हुआ था में दिवाली के हॉलिडे के कारण अपनी नानी के वहा रहने जा रही थी. जो औरंगाबाद में हे.
भाभी के बूब्स चूसे
हल्लो दोस्तों मेरा नाम अब्बास हैं और मैं लखनऊ का रहनेवाला हूँ. ये कहानी नहीं हैं बल्कि मेरी जिन्दगी की १००% वास्तविकता और नसीब हैं जो मुझे सुल्ताना भाभी ने बक्शा था. सुल्ताना भाभी मेरे चाचा के बेटे फिरदोस की वाइफ हैं और उनका माइका बनारस में पड़ता हैं. फिरदोस भाई का बालू का ठेका हैं और वो दो नम्बर में बालू और ईंटो का काला बाजार भी करते हैं. उनके पास बहुत पैसे हैं. इधर मैं एक जुलाहा हूँ और मेरी दाल रोटी मुश्किल से निकलती हैं.
मैं भी शादीसुदा हूँ और मेरी बीवी का नाम मुनिरा हैं. हम दोनों का सेक्स जीवन काफी अच्छा था और मेरी बीवी हमेशा मेरी तारीफ़ करती हैं.
मैं भी शादीसुदा हूँ और मेरी बीवी का नाम मुनिरा हैं. हम दोनों का सेक्स जीवन काफी अच्छा था और मेरी बीवी हमेशा मेरी तारीफ़ करती हैं.
मेरी पड़ोसन की गरम चूत
हाय फ्रेब्ड्स, मेरा नाम रॉकी हे ( नाम बदला हैं) में ओडिशा का रहने वाला हूँ. और में इस साईट का बहोत बड़ा और पुराना फेन हूँ. बट कभी अपना इंसिडेंट शेयर नहीं किया ये मेरे लाइफ की पहली घटना हे. कोई गलती हो गयी हो तो माफ कर देना फ्रेंड्स. अब में अपनी इस स्टोरी को आप सब से शेर करने जा रहा हूँ.
मेरी एज २४ हे और ये स्टोरी ३ साल पहले की हे. और इस स्टोरी की हिरोइन के बारे में बता दूं. उसकी एज तब १८ थी उसकी हाईट ५.४ हे एंड स्टैट्स ३४-३०-३४ था. तो सीधे स्टोरी पे आता हूँ. में और सालू (नेम चेंज्ड) एक दुसरे के पड़ोस में रहते हे.
मेरी एज २४ हे और ये स्टोरी ३ साल पहले की हे. और इस स्टोरी की हिरोइन के बारे में बता दूं. उसकी एज तब १८ थी उसकी हाईट ५.४ हे एंड स्टैट्स ३४-३०-३४ था. तो सीधे स्टोरी पे आता हूँ. में और सालू (नेम चेंज्ड) एक दुसरे के पड़ोस में रहते हे.
भाभी के साथ पहली बार
ऐसे ही दिन चलते गए कभी कभी उनके घर भी जाना होता था तो मैं बहुत ख़ुशी से जाता भाभी भी मुझसे मजाक कर लिया करती.
सोनिया मेडम से सोनिया डार्लिंग
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छिप के देखी बहन की चुदाई
मैं घर से निकलने का ढोंग कर के पिछले दरवाजे से वापस घर में घुसा. मेन हॉल में बैठी मेरी छोटी बहन सुमन को पता नहीं था की मैं पीछे से चोरो की तरह घर में घुसा था. आज मैं सुमन को रंगेहाथो पकड़ना चाहता था. मुझे पिछले एक हफ्ते से हमारे घर के नौकर बलदेव पर शक था की वो मेरी १९ साल की बहन के साथ सबंध रख रहा हैं.
मेरी बहन सुमन अभी कोलेज में हैं और मैं हमारे घरेलु सिरेमिक का बिजनेश देखता हूँ. मेरे पापा और मम्मी की डेथ हुए डेढ़ साल हो गया हैं. वो दोनों की एक रोड एक्सीडेंट में मौत के बाद मैं ही सुमन की देखभाल करता हूँ. और उसकी देखभाल में कमी ना आये इसलिए उसकी शादी के बाद ही मैंने अपनी शादी का फैसला किया हैं.
मेरी बहन सुमन अभी कोलेज में हैं और मैं हमारे घरेलु सिरेमिक का बिजनेश देखता हूँ. मेरे पापा और मम्मी की डेथ हुए डेढ़ साल हो गया हैं. वो दोनों की एक रोड एक्सीडेंट में मौत के बाद मैं ही सुमन की देखभाल करता हूँ. और उसकी देखभाल में कमी ना आये इसलिए उसकी शादी के बाद ही मैंने अपनी शादी का फैसला किया हैं.
शादीसुदा दोस्त की चुदाई
हेल्लो दोस्तों ये कहानी मेरी गर्लफ्रेंड दीप की हैं. वो मेरे साथ ऑफिस में हैं. ये बात २००७ की हैं, जब हमने एकसाथ ऑफिस ज्वाइन किया था. उसकी डेस्क मेरे बगल में ही थी. हम काम करते करते बातें करते रहते थे. कुछ ही दिनों में हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए.
लेकिन २००८ में उसकी शादी हो गई. उसने मुझे बताया की उसकी शादी लव मेरेज हैं; उस लड़के से वो पिछले आठ साल से प्यार करती थी. उसके घरवालों की मर्जी के खिलाफ जा के उसने यह शादी की थी.
लेकिन २००८ में उसकी शादी हो गई. उसने मुझे बताया की उसकी शादी लव मेरेज हैं; उस लड़के से वो पिछले आठ साल से प्यार करती थी. उसके घरवालों की मर्जी के खिलाफ जा के उसने यह शादी की थी.
संजना की तड़प
मेरे दोस्त का नाम राहुल है और वो एक टीचर है. उसके साथ दो लेडीज टीचर हैं, जो उसके साथ ही काम करती हैं. उसके उन दोनों टीचर्स के साथ सेक्स सम्बन्ध हैं, और ये सबंध काफी पुराने चल रहे हैं.
मैं यहाँ यह बता दूँ कि उसके साथ काम करने वाली टीचर का नाम संजना है जिसके पति कैनेडा में हैं और दूसरी टीचर का नाम रेनू है जिसकी शादी को दो साल हो चुके हैं.
एक दिन उन दोनों ने उसे संजना के घर पर बुलाया. सन्डे का दिन था, राहुल संजना के घर पर उनके बताये समय पर पहुँच गया और रेनू पहले से ही वहीं पर मौजूद थी. संजना ने चाय बनाई एवं तीनों एक साथ बैठ कर चाये पीने लगे.
मैं यहाँ यह बता दूँ कि उसके साथ काम करने वाली टीचर का नाम संजना है जिसके पति कैनेडा में हैं और दूसरी टीचर का नाम रेनू है जिसकी शादी को दो साल हो चुके हैं.
एक दिन उन दोनों ने उसे संजना के घर पर बुलाया. सन्डे का दिन था, राहुल संजना के घर पर उनके बताये समय पर पहुँच गया और रेनू पहले से ही वहीं पर मौजूद थी. संजना ने चाय बनाई एवं तीनों एक साथ बैठ कर चाये पीने लगे.
बॉस ने मुझे चोदा
मेरा नाम मीनाक्षी है, मैं 24 साल की कुंवारी लड़की हूँ, मेरी लम्बाई 5’7″ है, मेरी फिगर 36-26-36 और वजन 62 किलो है. मेरे लम्बे और घने काले बाल हैं जो मेरे चूतड़ों तक आते हैं, मेरे होंठ भरे हुए हैं, मेरी टाँगे बहुत लम्बी और सेक्सी हैं.
यह दो साल पहले की बात है. मैं एक बड़ी विज्ञापन एजेंसी में एक बहुत ही वरिष्ठ व्यक्ति के लिए एक कार्यकारी सहायक के रूप में काम करती थी. मेरे बॉस का नाम विशाल था. विशाल की उम्र वैसे तो 35 थी मगर देखने में वो 27-28 से ज्यादा का नही लगता था. वह 6′ लंबा था.
यह दो साल पहले की बात है. मैं एक बड़ी विज्ञापन एजेंसी में एक बहुत ही वरिष्ठ व्यक्ति के लिए एक कार्यकारी सहायक के रूप में काम करती थी. मेरे बॉस का नाम विशाल था. विशाल की उम्र वैसे तो 35 थी मगर देखने में वो 27-28 से ज्यादा का नही लगता था. वह 6′ लंबा था.
भाभी भी चुदने को बेताब
हैलो दोस्तो, मैं परवेज फरीदाबाद से हूँ. मैं पहली बार अपनी कहानी लिख रहा हूँ. जब मैं 18 साल का था, यह तब की बात है.
मेरे बड़े पापा (ताऊ) के दूसरे बेटे ने भाग कर शादी की, इसलिए उनके वापिस आने पर एक पार्टी दी गई, उसमें हमारे परिवार के सभी सदस्य शामिल थे, पार्टी रायपुर में दी गई थी. पार्टी ख़त्म होने के दो दिन बाद हमारे घर के अधिकतर लोग वापस चले गए पर मैं घूमने के लिए कुछ दिन वहाँ रुक गया. मेरी बड़ी भाभी मुझे बहुत पसंद करती थीं, उन्होंने मुझे वहीं रोक लिया था.
मेरे बड़े पापा (ताऊ) के दूसरे बेटे ने भाग कर शादी की, इसलिए उनके वापिस आने पर एक पार्टी दी गई, उसमें हमारे परिवार के सभी सदस्य शामिल थे, पार्टी रायपुर में दी गई थी. पार्टी ख़त्म होने के दो दिन बाद हमारे घर के अधिकतर लोग वापस चले गए पर मैं घूमने के लिए कुछ दिन वहाँ रुक गया. मेरी बड़ी भाभी मुझे बहुत पसंद करती थीं, उन्होंने मुझे वहीं रोक लिया था.
साली को चोदा मजे ले के
हाय, मेरा नाम प्रकाश है और में लातूर से हूँ. मेरी शादी हो चुकी है आज जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ वो रियल घटना है. मिरज मे मेरी एक साली रहती है (मेरी बीवी की मौसी की लड़की) जो ग्रेजुयेशन कर रही थी, उसका नाम तृप्ति है वो पहले से मुझसे काफ़ी क्लोज़ थी और हमेशा मेरे पास बैठने की मेरे साथ घूमने का मौका ढूंढती रहती थी वो एक नॉर्मल लड़की थी थोड़ी सी मोटी मेरी बीवी डीलवरी के लिये उसके मायके गयी हुई थी तो में घर मे अकेले रहता था एक दिन तृप्ति ने मुझे फोन करके बताया की वो अगले दिन मुझसे मिलने आयेगी सुबह, तो में उस दिन ऑफीस नही गया सुबह 8 बजे के करीब वो घर पर आई उसने ही मेरे लिये भी चाय बनाई और हम लोग बात करने लगे हॉल मे बैठकर थोड़ी देर बाद वो मेरे पास मे आ कर बैठ गयी और बात करने लगी जैसे ही वो मेरे पास बैठी, मेरा लंड खड़ा होने लगा.
नेहा ने चुदवाया ख़ुशी ख़ुशी
मेरी जो नई कहानी जो है उसे पढ़ कर आप लोगों का लौड़ा लोहे की तरह खड़ा हो जाएगा और चूतों से तो रस टपकने लगेगा.
तो हुआ यों कि मैंने जब राहुल और उसकी बहन नन्दिनी की चुदाई की तो कई सारे मेल आने लगे मुझे उन्हीं ईमेल में से एक लड़की का मेल मिला जो मुझसे चुदवाना चाहती थी. उसने अपना नाम नेहा बताया. फिर हम लोगों की रोज मेल के जरिए बात होने लगी हम दोनों एक-दूसरे को जानने लगे और हर तरह की बात करने लगे.
तो हुआ यों कि मैंने जब राहुल और उसकी बहन नन्दिनी की चुदाई की तो कई सारे मेल आने लगे मुझे उन्हीं ईमेल में से एक लड़की का मेल मिला जो मुझसे चुदवाना चाहती थी. उसने अपना नाम नेहा बताया. फिर हम लोगों की रोज मेल के जरिए बात होने लगी हम दोनों एक-दूसरे को जानने लगे और हर तरह की बात करने लगे.
नई चूत मेरी भाभी की
हेल्लो दोस्तों…मेरा नाम नरेश हे और मेरी उम्र 24 साल है, में बनारस मे रहता हूँ. और मेरे लंड का साइज़ 9 “इंच लंबा ओर 3 इंच मोटा है. आज मैं आप को जो स्टोरी सुनाने जा रहा हूँ कुछ दिन पहले की है. मुझे सेक्स की इच्छा होती थी. मेरी यह कोशिश रहती थी की कोई ऐसा मिले जिसके साथ मे सेक्स कर सकूँ लेकिन कुछ नही कर पाया. मेरी कहानी लंबी है लेकिन ध्यान से पढ़ना.
उन दिनो मे मेरा दोस्त जो मेरे पड़ोस मे रहता था उसकी शादी पक्की हो गयी ओर 15 दिनों मे उसकी शादी हो गयी. उसकी शादी मे नही जा पाया था क्योकि मे मुंबई मेरे अंकल के यहा था. जब मे वापस आया तो वो मिला मेने कहा कैसी रही शादी ओर फर्स्ट नाइट. वो कुछ बोला ही नही. तभी वो बोला चल तुझे मेरी पत्नी से मिलाता हूँ. मे ओर मेरा दोस्त उसके घर पर गये. वहा उसकी पत्नी अकेली थी.
उन दिनो मे मेरा दोस्त जो मेरे पड़ोस मे रहता था उसकी शादी पक्की हो गयी ओर 15 दिनों मे उसकी शादी हो गयी. उसकी शादी मे नही जा पाया था क्योकि मे मुंबई मेरे अंकल के यहा था. जब मे वापस आया तो वो मिला मेने कहा कैसी रही शादी ओर फर्स्ट नाइट. वो कुछ बोला ही नही. तभी वो बोला चल तुझे मेरी पत्नी से मिलाता हूँ. मे ओर मेरा दोस्त उसके घर पर गये. वहा उसकी पत्नी अकेली थी.
भाई के लंड की बात ही अलग थी
मेरा नाम रुकमनी है और मैं एक सुन्दर गोरी कमसिन लड़की हूँ और 12वीं क्लास में पढ़ती हूँ. मैं आज आप लोगों को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रही हूँ, जो कि मेरी पहली चुदाई की है और वो भी मेरे सगे भाई के साथ.
मेरी क्लास की सारी लड़कियों के बॉयफ्रेंड्स हैं और जब मेरी सहेलियाँ अपने बॉयफ्रेंड्स की बात मेरे साथ करती हैं तो मेरा मन भी करता था कि मैं भी कोई बॉय-फ्रेंड बना लूँ और जिन्दगी के मज़े लूँ, पर मैं डरती थी कि किसी को पता चल गया या कोई मुझे ब्लैकमेल करने लगा तो क्या होगा!
मेरी क्लास की सारी लड़कियों के बॉयफ्रेंड्स हैं और जब मेरी सहेलियाँ अपने बॉयफ्रेंड्स की बात मेरे साथ करती हैं तो मेरा मन भी करता था कि मैं भी कोई बॉय-फ्रेंड बना लूँ और जिन्दगी के मज़े लूँ, पर मैं डरती थी कि किसी को पता चल गया या कोई मुझे ब्लैकमेल करने लगा तो क्या होगा!
आंटी की चूत दोस्त ने दिलवाई
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भाई के साथ बनाई सेक्स मूवी
मेरी उम्र १९ साल हे, गोरा बदन, काले बाल, ५’४ की हाईट और मेरी आँखों का रंग भूरा हे. एक दिन में अपनी सहेलियों के साथ सोपिंग कर के घर पहोंची, अपने कमरे में पहोंच कर मेने अपनि मेज की दरितेश खोली तो पाया की मेरी ब्लू रंग की पेंटी वहां रख्खी हुई थी. मेने अपनी पेंटी कभी भी वह रख्खी हो ये मुझे याद नही आ रहा था. इतने में मेने कदमो की आवाज मेरे कमरे की और बढ़ते सुनी. मेरी समज में नहीं आया की में क्या करू, में दौड़ कर अलमारी में जा छुपी. देखती हु की मेरा छोटा भाई पिंकू जो १८ साल का हे अपने दोस्त रितेश के साथ मेरे कमरे में दाखिल हुआ, प्रीति…,”पिंकू ने आवाज़ लगाईं.
Sunday 19 July 2015
सेक्सी स्तन वाली नीलिमा भाभी को चोदा
नीलिमा भाभी हमारे महोल्ले की जान थी और उसके सेक्सी फिगर को देखने के लिए हम अक्सर घंटो तक बैठे रहते थे. वह सोसायटी के पास वाले स्कुल में इंग्लिश की टीचर थी और उसकी मटकती गांड के बड़े दीवाने थे. उसके स्तन भी काफी बड़े थे और अक्सर उसकी साडी के ब्लाउज से दिख जाते स्तन मेरा लंड खड़ा कर देते थे. उसकी याद में मैंने कितनी बार मुठ मारी थी मुझे भी याद नहीं हैं, मैं उसको आँखे बंध कर के अलग अलग पोजीशन में चुदाई के विचार में खो के अपना लौड़ा हिला लेता था. इस रात लेकिन कुछ अलग हुआ, मुझे आज नीलिमा भाभी सपने में आई और मेरा लंड चूस गई. मैंने 10 मिनिट चले इस सपने में नीलिमा भाभी की चुदाई भी की थी.
Friday 17 July 2015
गुलाबो की चूत की खुजली मिटाई
गुलाबो कितना सेक्सी नाम है, में भी इसी नाम की छमिया के पीछे दीवाना था. मेरा नाम राजेश है, और में धमतरी का रहने वाला हु, गुलाबो के पीछे में इतना दीवाना था की में किसी की भी नहीं सुनता था बस वो जो बोलती थी वो करता था, मैने कई लडकियों के साथ चुदाई की है पर गुलाबो के साथ जो मजा आता है वो और किसी के भी साथ नहीं आता है उसे मुझसे ज्यादा सेक्स के बारे में पता है,
पर जैसा उसका नाम है वेसी वो दिखती भी है, उसके गुलाबी गुलाबी गांड में कभी नहीं भूल सकता हु एक दिन गुलाबो को किसी काम से गाव जाना पड़ा उसने कहा की में कुछ दिनों के लिए गाव जा रही हु पर गाव जाने से पहले इतना बोल के वो चुप हो गई, उसकी यही कशिश तो मुझे पसंद थी, में उसे अपने दोस्त के रूम में लेकर गया जहा हम दोनों अक्सर जाया करते थे .
पर जैसा उसका नाम है वेसी वो दिखती भी है, उसके गुलाबी गुलाबी गांड में कभी नहीं भूल सकता हु एक दिन गुलाबो को किसी काम से गाव जाना पड़ा उसने कहा की में कुछ दिनों के लिए गाव जा रही हु पर गाव जाने से पहले इतना बोल के वो चुप हो गई, उसकी यही कशिश तो मुझे पसंद थी, में उसे अपने दोस्त के रूम में लेकर गया जहा हम दोनों अक्सर जाया करते थे .
Thursday 16 July 2015
और नीना पकड़ी गई
दोस्तों मैं आज अपनी चुदैल बीवी नीना की वह दास्तान बताने जा रहा हूँ, जिसके बाद हम दोनों की जिंदगी में बहार आ गई।गर्मी के दिन थे, शायद जून की छः तारीख थी।
रात को दस बजे मैंने टॉप फ्लोर पर सोने का प्लान बनाया और नीना से कहा- तुम दोनों बच्चों के साथ नीचे सो जाओ, मैं ऊपर खुली हवा में सोने जा रहा हूँ। आज बड़ी मजेदार हवा चल रही है। नीना ने भी हामी भर दी और मैं ऊपर चला गया।
रात को साढ़े ग्यारह बज रहे होंगे, मुझे जोर की प्यास लगी तो नींद टूट गई, सोचा, चलो नीचे पानी पी आते हैं।
नीचे अपने फ़्लैट में गया और दरवाजा खटखटाया, मगर खुला नहीं। थोड़ी देर बाद फिर खटखटाया, तब भी नहीं खुला।
रात को दस बजे मैंने टॉप फ्लोर पर सोने का प्लान बनाया और नीना से कहा- तुम दोनों बच्चों के साथ नीचे सो जाओ, मैं ऊपर खुली हवा में सोने जा रहा हूँ। आज बड़ी मजेदार हवा चल रही है। नीना ने भी हामी भर दी और मैं ऊपर चला गया।
रात को साढ़े ग्यारह बज रहे होंगे, मुझे जोर की प्यास लगी तो नींद टूट गई, सोचा, चलो नीचे पानी पी आते हैं।
नीचे अपने फ़्लैट में गया और दरवाजा खटखटाया, मगर खुला नहीं। थोड़ी देर बाद फिर खटखटाया, तब भी नहीं खुला।
Wednesday 15 July 2015
चढ़ती जवानी की मस्ती
शादी के बाद से नज़मा भाभी की चुदाई बहुत ही कम हुई थी। जवान तन लण्ड का प्यासा था। मुझे रोज चुदते देख कर उसका मन भी मचल उठा। वो रोज छुप छुप कर अब्दुल से मेरी चुदाई देखा करती थी। जब वो गाण्ड मारता था तो भाभी का दिल हलक में अटक जाता था। भैया को बस धंधे से मतलब था। रात को दारू पीता और थकान के मारे जल्दी सो जाता था। सात दिन पहले वो मुम्बई चला गया था।
नज़मा भाभी आज तो ठान रखी थी कि मुझसे बात करके कुछ काम तो फ़िट कर ही लेगी।भाभी ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा,"बानो छत पर चल, एक जरूरी काम है !"
"यहीं बोल दे ना ... !""अब तू भी गाण्ड फ़ुला कर नखरे दिखा ! ... कहा ना जरूरी काम है !""चूतिया टाईप बातें मत कर ... गाण्ड जैसा अपना मुँह खोल ... बोल क्या बात है !"
"साली हारामजादी ... मां चुदा ! ... नहीं बताती ... !"
नज़मा भाभी आज तो ठान रखी थी कि मुझसे बात करके कुछ काम तो फ़िट कर ही लेगी।भाभी ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा,"बानो छत पर चल, एक जरूरी काम है !"
"यहीं बोल दे ना ... !""अब तू भी गाण्ड फ़ुला कर नखरे दिखा ! ... कहा ना जरूरी काम है !""चूतिया टाईप बातें मत कर ... गाण्ड जैसा अपना मुँह खोल ... बोल क्या बात है !"
"साली हारामजादी ... मां चुदा ! ... नहीं बताती ... !"
Tuesday 14 July 2015
काम-देवियों की चूत चुदाई-4
दूसरे दिन ऑफिस की छुट्टी के कारण लीना को तो आना नहीं था, मैं सीधा साईट पर चला गया। फिर फुर्सत के समय में आकर ऑफिस खोल लिया।
सोचा एक अधूरी कहानी को पूरी कर के अन्तर्वासना पर भेज दूँ। तब मैं कली से फूल कहानी लिख रहा था। उसे तैयार करके प्रकाशन हेतु पोस्ट कर दिया।
फिर लीना की चुदाई के लिए कोई युक्ति सोचने लगा। मुझे अब विश्वास हो गया की मेरा युक्ति कामयाब रही तो कल जरूर कुछ कर गुजरूँगा।
आज मैं अच्छे से तैयार होकर, खुशबू लगाकर ग्यारह बजे ऑफिस आ गया। अपनी युक्ति को सोचते हुए कंप्यूटर पर अपनी कहानी 'कली से फूल' का दूसरा भाग खोल लिया। उस कहानी को स्क्रीन पर खुला छोड़ दिया क्योंकि मेरे जाते ही वो कम्प्यूटर पर बैठ गेम वगैरह खेलती रहती है।
सोचा एक अधूरी कहानी को पूरी कर के अन्तर्वासना पर भेज दूँ। तब मैं कली से फूल कहानी लिख रहा था। उसे तैयार करके प्रकाशन हेतु पोस्ट कर दिया।
फिर लीना की चुदाई के लिए कोई युक्ति सोचने लगा। मुझे अब विश्वास हो गया की मेरा युक्ति कामयाब रही तो कल जरूर कुछ कर गुजरूँगा।
आज मैं अच्छे से तैयार होकर, खुशबू लगाकर ग्यारह बजे ऑफिस आ गया। अपनी युक्ति को सोचते हुए कंप्यूटर पर अपनी कहानी 'कली से फूल' का दूसरा भाग खोल लिया। उस कहानी को स्क्रीन पर खुला छोड़ दिया क्योंकि मेरे जाते ही वो कम्प्यूटर पर बैठ गेम वगैरह खेलती रहती है।
Monday 13 July 2015
तू तो कुछ कर
दोस्तों ! मेरा नाम राजन है और आज मैं आपको अपने साथ हुए एक हसीन हादसे की कहानी सुना रहा हूँ ! बात तब की है जब मैं ११वी कक्षा में पढ़ता था तो मैं अपने घर से कुछ दूर एक शिक्षक के यहाँ टयूशन पढ़ने जाता था ! मेरे को सुबह ६.३० बजे जाना पड़ता था और फिर स्कूल से आते वक़्त भी जाना पड़ता था थोड़ी देर के लिए ! उस शिक्षक की बीवी जिनका नाम रंजना था, वो भी कभी कभी मुझे पढ़ाती थी ! कसम से ,ऐसी पंजाबन आज तक मैंने नहीं देखी थी ! क्या जिस्म था उसका !!!!! एक तू तो कुछ कर आग का गोला, जो देखे बस देखता ही रह जाये और उसके मम्मे इतने बड़े थे कि बस देखते ही पकड़ के खा जाने को जी चाहता था ! मेरी रोज़ की आदत हो गई थी कि मैं उसके मम्मे देख के घर जाता था और मुठ्ठ मार लेता था !
Sunday 12 July 2015
पायल एक रहस्य
यह उन दिनों की बात है जब मुंबई में बार-डांस जोरों से चल रहा था। मेरी बीवी मायके गई हुई थी। ऑफिस से आने के बाद घर पर करने को कुछ नहीं होता था। मेरे कुछ दोस्तों को डांस बार जाने की आदत थी। कई बार उन्होंने मुझे साथ आने को कहा पर मेरी हिम्मत नहीं होती थी। हाँ इच्छा जरूर होती थी।एक दिन घर आकर जब मैं टीवी देख रहा था, तभी एक भड़कीला गाना आने लगा, सीन डांस बार का था। बस फिर क्या था- मैंने अपने दोस्तों को फ़ोन किया और पूछा कि वे कहाँ हैं।पायल एक रहस्यपता चला कि वो वाशी के सन्डे-बार में बैठे हैं। बस मैंने गाड़ी उठाई और वहाँ पहुँच गया। भीतर गया तो वहाँ का नजारा देख दंग रह गया। चारों ओर थिरकती लड़कियाँ रंग-बिरंगी रोशनी में वे बहुत सेक्सी लग रही थी। मैं अपने दोस्तों के पास बैठ गया और ड्रिंक्स आर्डर करके डांस देखने लगा।
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